रोशन मै चिराग हूँ

रोशन मै चिराग हू | Roshan Main Chirag Hoon

रोशन मै चिराग हूँ ( Roshan Main Chirag Hoon ) कुछ तो लिखू जो कलाम हो मेरे बड़ो को मेरा सलाम हो अदब और मोहब्बत मेरा काम हो मेरा इमान मेरा मुल्क हमेशा आबाद हो खिलू मै फूल की तरह मै मुरझाऊ फूल की तरह रोशन मै चिराग हू जल जाऊ बुझ जाऊ मै कमाल…

हाँ की दावत | Haan ki Dawat

हाँ की दावत | Haan ki Dawat

हाँ की दावत ( Han ki Dawat ) ‘हाँ’ की दावत में कभी आप सब गये हैं क्या, उसकी लज्जत से वाक़िफ आप हुए हैं क्या, आजकल हाँ की दावत का बड़ा ही चलन है, तभी तक ही तो रिश्तों का रिश्ते से मिलन है, ख़ुशी ख़ुशी आ जाएंगे सब ‘हाँ’ की दावत में, वरना…

Mere Aabad Watan

ऊंचा रहे तिरंगा | Ooncha Rahe Tiranga

ऊंचा रहे तिरंगा ( Ooncha Rahe Tiranga ) है प्यार ही वतन में गुल खिल रहे चमन में ऊंचा रहे तिरंगा हर व़क्त इस गगन में रखना ख़ुदा मुहब्बत तू देश की फ़बन में कोई न आंच आये हो मुल्क बस अमन में सुन के अदू डरे जो जय हिंद हो हर झन में दुश्मन…

धुँधले ख़्याल

धुँधले ख़्याल | Dhundhale Khayal

धुँधले ख़्याल ( Dhundhale Khayal ) ये लम्बी रातें यूँ कट जाती आँखों आँखों में, जब रेत बनकर भर जाती हैं यादें आँखों में, तमाम तर कोशिशें की है हाल में जीने की, ये ज़िंदगी बीतती जाती है धुँधले ख़्यालों में, सोचा यह दुनियावी मोहब्बतें सुकूं देगी हमें, मगर वो तो मिलती है बस मौत…

हालात-ए-बयां

हालात-ए-बयां | Halat-e-Bayaan

हालात-ए-बयां ( Halat-e-Bayaan ) कोई मेरा अपना बेगाना हो गया। पल में मेरा प्यार फसाना हो गया। करता था मैं भी मोहब्बत की बातें, अब उन बातों को जमाना हो गया! तुमसे दूर रहना कातिलाना हो गया, गुम हुए होश दिल दीवाना हो गया। हँसा देता हूँ मैं लोगों को इक पल में, मुझे मुस्कुराए…

दुनिया-ए-फ़ानी

दुनिया-ए-फ़ानी | Duniya-e-Fani

दुनिया-ए-फ़ानी ( Duniya-e-Fani ) अपने लिए ही वक्त कम पड़ने लगा है. दुनिया-ए-फानी में मान रमने लगा है. न जाने क्या पाने के ज़िद है इस दिल को. फुज़ूल ख़ुदा की नेअमत लगने लगा है. हर वक्त एक अजीब सा शोर बरपा है. कुछ मिलकर खो जाने का धड़का है. नाकामयाबी के डर से दिल…

बिना तेरे

बिना तेरे | Nagma Bin Tere

बिना तेरे ( Bin Tere ) तुझे सैर जग की करा दूं मैं आ जा। दिल-ओ-जान तुझ पर लुटा दूं मैं आ जा। बिना तेरे कुछ भी नहीं ज़िंदगी में। लरज़ता है दिल तेरे बिन तीरगी में। यक़ीं तुझको मेरा नहीं है तो दिलबर। तुझे दिल की धड़कन सुना दूं मैं आ जा। दिल ओ…

कुमार अहमदाबादी की रुबाइयाँ

कुमार अहमदाबादी की रुबाइयाँ | Rubaiyat of Kumar Ahmadabadi

प्यासी विनती प्यासी विनती मान सभा में आजा दिल की खासम खास सभा में आजा देकर मधु आवाज़ बुलाता हूं तू प्यासे दिल की राजसभा में आजा जीवन जीवन ने पूरी की है हर हसरत मुझ को दी है सब से अच्छी दौलत किस्मत की मेहरबानी से मेरे आंसू भी मुझ से करते हैं नफरत…

हर लम्हा

हर लम्हा | Nazm Har Lamha

हर लम्हा ( Har Lamha ) छुपकर क्या देखता है तमाशा मेरी तबाही का आंख मिलाकर लुत्फ उठा किस्सा ए रुसवाई का हर कदम जिंदगी से नसीहतें पा रहा हूं मैं हर लम्हा अनुभवों की दौलतें सजा रहा हूं मैं हर सांस के अहसान की कीमत चुकाई है मैंने हर रिश्ते की अहमियत खुद को…

हबीब | Nazm Habib

हबीब | Nazm Habib

हबीब ( Habib ) मुझे लगा था मेरे लिए तुम तो कुछ कहोगे मुझे लगा था तुम तो मुझे जानते ही होगे मुझे लगा था तुम तो समझ पाओगे मेरी व्यथा मुझे लगा था मेरा अस्तित्व तुम्हें तो होगा पता मुझे लगा था मुझे नहीं मिली कभी जो मुझे लगा था कि तुम तो दोगे…