शहर आया तेरी दोस्ती के लिये

शहर आया तेरी दोस्ती के लिये

शहर आया तेरी दोस्ती के लिये     शहर आया तेरी दोस्ती के लिये ! बात कर ले मुझसे दो घड़ी के लिये   जीस्त तन्हा गुजरती मेरी जा रही भेज कोई ख़ुदा जिंदगी के लिये   आता चेहरा नजर वो कहीं भी नहीं धड़के दिल रोज़ मेरा किसी के लिये   जान पहचान जिससें…

काश वो जीवन में आए ही न होते

काश वो जीवन में आए ही न होते

काश वो जीवन में आए ही न होते     काश वो जीवन में आए ही न होते। दिल में यूं मेरे समाए ही न होते।।   होती मोहब्बत अगर उनको भी हमसे। उसने ख़त मेरे जलाए ही न होते।।   साथ देते ग़र वो मेरा हर कहीं हर मोड़ पर तो। बीच रस्ते ये…

जिंदगी में कुछ पल मेरी ठहरी ख़ुशी

जिंदगी में कुछ पल मेरी ठहरी ख़ुशी

जिंदगी में कुछ पल मेरी ठहरी ख़ुशी     जिंदगी में कुछ पल मेरी ठहरी ख़ुशी कर गया है ग़म मेरी हर जख़्मी ख़ुशी !   दिन उदासी भरे फ़िर गुजरते नहीं जिंदगी से नहीं दूर होती ख़ुशी   कोई हँसता कोई रोता है जहां में हर किसी को नहीं दोस्त मिलती ख़ुशी   पर…

अदब से वो यूं पेश आने लगे है

अदब से वो यूं पेश आने लगे है

अदब से वो यूं पेश आने लगे है     अदब से वो यूं पेश आने लगे है। कपट में सभी कुछ छुपाने लगे है।।   गए थे समझ झूठ पलभर में उनका। नहीं जान पाए जताने लगे है।।   बहुत बार झेला फ़रेबों को उनके। मुसीबत में फिर आजमाने लगे है।।   छुपाने वो…

उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता

उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता

उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता     उल्फ़त का कभी अच्छा अंजाम नहीं होता इससे बड़ा कोई भी बदनाम नहीं होता   मैं बात नही कह  पाता दिल की कभी उससे पीने को अगर हाथों में  जाम नहीं होता   हर व़क्त घेरे है यादें दिल को बहुत मेरे हाँ यादों से ही…

जब भी मिला तो आँख मिलाकर नहीं मिला

जब भी मिला तो आँख मिलाकर नहीं मिला

जब भी मिला तो आँख मिलाकर नहीं मिला     जब भी मिला तो आँख मिलाकर नहीं मिला दुश्मन भी मेरे कद के बराबर नहीं मिला   घर उसका मिल गया है, वो घर पर नहीं मिला यानी पता तो मिल गया नंबर नहीं मिला   लड़की को पूरी छूट मिली भी तो घर ही…

फूल उल्फ़त का दिया है आज फ़िर

फूल उल्फ़त का दिया है आज फ़िर

फूल उल्फ़त का दिया है आज फ़िर     फूल उल्फ़त का दिया है आज फ़िर! कोई अपना कर गया है आज फ़िर   छेड़कर नग्मात दिल के प्यार में कोई दिल रुला गया है आज फ़िर   छोड़ जो मुझको गया था भीड़ में वो मुझे अब ढूंढ़ता है आज फ़िर   याद आयी…

यहां तो जिंदगी में ग़म रहा है

यहां तो जिंदगी में ग़म रहा है

यहां तो जिंदगी में ग़म रहा है     यहां तो जिंदगी में ग़म रहा है ख़ुशी का कब यहां आलम रहा है   वफ़ा के नाम पत्थर मारे उसनें निगाहें करता मेरी नम रहा है   ख़ुशी का होता फ़िर अहसास कैसे ग़मों का सिलसिला कब कम रहा है   खिलेंगे गुल मुहब्बत के…

वो हक़ीक़त में रूठे थे और रूठे ख़्वाब में

वो हक़ीक़त में रूठे थे और रूठे ख़्वाब में

वो हक़ीक़त में रूठे थे और रूठे ख़्वाब में     वो हक़ीक़त में रूठे थे और रूठे ख़्वाब में कर गये है वो गिले कल रात ऐसे ख़्वाब में   भूल जाता मैं उसे दिल से हमेशा के लिये वो अगर मेरे नहीं जो दोस्त होते ख़्वाब में   जिंदगी भर जो नहीं मेरे…

जब से तेरी पायल छनक गयी

जब से तेरी पायल छनक गयी | Payal shayari

जब से तेरी पायल छनक गयी ( Jab se teri payal chhanak gayi )      जब से तेरी  पायल छनक गयी! प्यार में धड़कन ये बहक गयी   हो गया प्यार में दिल पागल वो निगाहें ऐसी  मटक गयी   कर गयी है असर प्यार का चूड़ी उसकी ऐसी छनक गयी   नींद आऐ…