Similar Posts
प्रयाग के गौरव : पंडित रमादत्त शुक्ल
प्रयाग की धरती बड़ी पुण्य शीला है। यहां अनेको ऐसी महान विभूतियां हुए हैं जिनका जन्म यहां तो नहीं हुआ परंतु जब वह प्रयागराज की भूमि पर आए तो यही के होकर रह गए। महाप्राण निराला एवं पंडित रमादत्त शुक्ल ऐसी ही दिव्य महापुरुष है । जिससे प्रयागराज के गौरव की ही वृद्धि होती है…
राजनीति के चाणक्य | अटल बिहारी वाजपेयी
राजनीति में जिस एक व्यक्ति ने किसी पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुंचाया हो और देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हुआ हो वह थे – अटल बिहारी वाजपेयी । अटल जी जहां एक ओर राजनेता थे वहीं उनका हृदय कवि प्रेम से भरा हुआ था। आजादी के पश्चात गैर कांग्रेसी वे पहले व्यक्ति…
आत्महत्या ईश्वर के प्रति अपराध
प्रेम में असफल होने पर, परीक्षा में फेल होने पर आज का युवा आत्महत्या करने पर उतारू हो जा रहा है। यह कुंठा और हताशा जीवन मूल्यों में आईं गिरावट और आस्था के संकट का परिणाम है। ईश्वर की दी हुई काय को समाप्त करने का अधिकार भी उसे ही है। ऐसे में आत्महत्या मानवता…
अयोध्या का ‘नया अध्याय’ : आस्था का संगीत, इतिहास का दर्पण
अयोध्या की पावन धरती पर, सरयू नदी के मधुर स्वर के साथ गुंजायमान श्री राम जन्मभूमि मंदिर की भव्यता आस्था का एक ऐसा महाकाव्य प्रस्तुत करती है, जिसके स्वर सदियों के इतिहास को बयां करते हैं। भगवान राम के जन्मस्थान के रूप में विख्यात, यह मंदिर केवल ईंटों और पत्थरों का समूह नहीं, बल्कि भारत…
बलजीत सिंह : खेती करते हुए दस किताबें लिखने वाले अद्भुत लेखक की कहानी
अलग-अलग विधाओं में दस पुस्तकें लिख चुके हांसी के राजपुरा के बलजीत सिंह; पेशे से किसान होने के साथ ही मन और आत्मा से एक सच्चे साहित्यकार भी हैं। हिसार के जाने-माने साहित्यकार डॉ० रामनिवास ‘मानव’ को अपना गुरुवर मानते है और हिसार के छाजूराम मेमोरियल जाट कॉलेज में उनसे हिंदी पढ़े हैं। काॅलेज के…
प्रकृति सिद्धांत प्रतिपादन
एक सा वातावरण में रहते-रहते हम सब बहुत कुछ अपने जीवन में ग्रहण करते हैं।यही प्रकृति,पूर्व मानव के बीच का भी सिद्धांत है। ब्रह्मांड की संरचना मानव के अनुकूल हुई है । प्रकृति से ही शिक्षा-ग्रहण कर हम सभ्यता की गाड़ी को बहुत ऊपर ले आए।जितना विकास किए वह सारे के सारे आधारित प्राकृतिक सिद्धांत…
Behtarin .. kafi samay baad kuchh achchaa padhne ko mila .. keep it up..
जी…धन्यवाद??