है बड़ी खुशबू वफ़ा में
है बड़ी खुशबू वफ़ा में

है बड़ी खुशबू वफ़ा में

( Hai Badi Khushboo Wafa Mein )

 

 

है बड़ी ख़ुशबू वफ़ा में

मत उड़ा इसको दग़ा में

 

तू रहे ख़ुश जिंदगी भर

मांगता हूँ यें दुआ में

 

प्यार से मिलकर रहे आ

कुछ नहीं रक्खा खफ़ा में

 

जो करे दिल को दीवाना

है  जादू  तेरी  अदा  में

 

प्यार की सांसें महकाये

है महक उसकी फ़िज़ा में

 

बेवफ़ा में दर्द आंसू

प्यार है बस बावफ़ा में

 

ग़ैर आज़म से बनो मत

है ख़ुशी बस आशना में

 

शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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