
जन्मदिवस मुबारक मां
( Happy Birthday Maa)
साधारण सा बालक था मै, आशीर्वाद बताया।
हर ग़म मुझसे पहले माता, तुझसे ही टकराया।
खुद तू आंसू पीती आयी, अमृत मुझे पिलाया।
शूल पड़े राहों में मेरे , तूने फूल बिछाया।
साधारण सा बालक था मै ,आशीर्वाद बताया।
कालसर्प बनकर जब- जब भी ,मुझको डसने आया,
तेरे रूप में दुर्गा चामुंडा को रक्षक पाया।
मार रही थी दुनिया ताना, जब मै हार के आया।
वीर पुत्र कहकर पर माता ,तूने गले लगाया।
साधारण सा बालक था मै ,आशीर्वाद बताया।
हर गम मुझसे पहले माता तुझसे ही टकराया।
नहीं किया खुद एमटेक बीटेक लेकिन मुझे पढ़ाया ।
खुद रो लेती हो चुपके से लेकिन मुझे हसाया
साधारण सा बालक था मै आशीर्वाद बताया।
हर गम मझसे पहले माता तुझसे ही टकराया।
अपनी जिम्मेदारी मालिक ने भी खूब निभाया ।
मेरी खातिर मुझसे पहले तेरे रूप में आया।
कभी दुखा ना दूं तेरा दिल सोच -सोच घबराया ।
और नहीं अब लिख पाऊंगा मेरा दिल भर आया।
साधारण सा बालक था मै आशीर्वाद बताया।
हर गुम मुझसे पहले माता तुझसे ही टकराया ।
साधारण सा बालक था मै आशीर्वाद बताया।
दिव्यांश मौर्य
बी.एस.सी द्वितीय वर्ष
प्रयागराज ( उत्तर प्रदेश )