
हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामना
( Hindi nav varsh ki hardik shubhkamnaye )
हर मस्तक पर तिलक सजे और, हर इक घर में ध्वाँजा लगे।
हर मुख निकले राम नाम और, हर इक घर में गाय रहे।
तुलसी चौरा दीप जले, मन्दिर में घण्ट घडिय़ाल बजे।
हर कन्या में राधारानी , और हर बालक में श्याम रहे।
मात पिता जो रहे पूजनीय, हर घर में प्रथम प्रसाद मिले।
हिन्दू तन मन राम रमे जब, तब ही पुण्य प्रताप जगे।
हूंक नही हुंकार जगे, सुरभित मन धरा आकाश रहे।
भारत गौरव पुनः प्राप्त हो, ऐसा इसको सम्मान मिले।
कवि : शेर सिंह हुंकार
देवरिया ( उत्तर प्रदेश )