‘शब्दाक्षर’ झुंझुनूं ने होली पर कविताओं की बहाई, फागुनिया बहार
राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर के तत्वावधान में शेखावत मार्केट में आरोही फैशन शोरूम में होली स्नेह मिलन एवं काव्य गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीकांत पारीक श्री राजस्थानी ने की।
मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रामावतार सबलानिया थे । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भारत स्काउट गाइड प्रधान मुरली मनोहर चोबदार, जगदीश प्रसाद जांगिड़, रामकुमार सिंह राठोड़ व सज्जन जी जोशी थे।
अतिथियों ने मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर संत कुमार सारथि की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम में फागोत्सव का आगाज किया।
शब्दाक्षर राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने कवियों को होली की शुभकामनाएं प्रेषित की।
शब्दाक्षर जिला अध्यक्ष रमाकांत सोनी, उपाध्यक्ष कवि सुरेश कुमार जांगिड़, सचिव मुकेश मारवाड़ी ने अतिथियों को गुलाल तिलक लगाकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में कवि सुरेश कुमार जांगिड़ ने यह मौसम है गुलजार गीत,कैलाश शर्मा गोविन्द ने जोगीरा सा रा रा रा गीत प्रस्तुत किया।, काशीनाथ मिश्रा ने होली मनाते चलो प्यार लुटाते चलो कविता प्रस्तुत की। रमाकांत सोनी ने फागण में उड़े गुलाल, मुकेश मारवाड़ी, संत कुमार सोनी ने होली रंगों का त्योहार गीत सुनाया।
श्रीकांत पारीक ने चांद चडयो गिगनार गीत प्रस्तुत कर जनकवि बजरंग लाल पारीक की याद ताजा कर दी। रिद्धकरण बासोतिया ने मुरली जी बासोतिया की रचना लाजवंती पेश कर फागुनी रस बरसाया।सज्जन जोशी, राजेश जैन,ओमप्रकाश सेन, मुरली मनोहर चोबदार, जगदीश प्रसाद जांगिड़, महेंद्र कुमावत, रचनाएं प्रस्तुत कर होली स्नेह मिलन में फागुनी गीतों का समां बांध कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में आरोही फैशन के संचालक पंकज सीगड़ व सतवीर मील ने सबका आभार जताया। कार्यक्रम का सफल संचालन मुकेश मारवाड़ी ने किया।
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