
लड्डू गोपाल
( Laddu Gopal )
ऐसी लागी नजर तुझे ओ लड्डू गोपाल
सांवरे हो गए तेरे गोरे गाल लाल लाल
यह काली घटाओं लट, घुंघराले तेरे बाल
काली कमली वाले ने जैसे किया कमाल!
तेरी तिरछी नजरिया लगे फिर भी प्यारी ,
तेरी टेढ़ी कमरिया पर सजे मुरली न्यारी ।।
ऐसी लागी नजर तुझे ओ लड्डू गोपाल
मस्तक पर तिलक केसर का लाल लाल
तूने पगड़ी पहनी जिसपे मोती लगे कमाल
पीतांबर धारी हो मेरे सुनो तुम बनवारी
नाम रख दिए तेरे जाने कितने हजार
तोहे लागे हैं नजरिया देखो बार बार ।।
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश