आज का सवाल हैं
( Aaj ka sawal hai )
आज का सवाल हैं
मचा हुआ बवाल हैं
इसका क्या हाल हैं
उसका क्या हाल हैं
नियति जो निर्धारण करें ,
उसका ही तो कार्यकाल हैं !
लोग पूछते एक ही सवाल हैं ??
इसका क्या हाल हैं,
उसका क्या हाल हैं। ।
देते अपनी अपनी राय
होते लाख सलाह मशवरे ,
पर दिल कहा सुनता किसकी
यही तो बस बेमिसाल हैं
मचा हुआ बवाल हैं
इसका क्या हाल हैं
उसका क्या हाल हैं
किसी ने इश्क में छोड़ा हैं
और किसी ने इश्क में पाया हैं
कोई छोड़ कर आया हैं
धन दौलत सब माया हैं
पाकिस्तानी प्रेम का भी
अपना ही अलग मुकाम हैं
इसका क्या हाल हैं
उसका क्या हाल हैं।।
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश