मां और बाप | Maa aur Baap
मां और बाप
( Maa aur Baap )
कोन कहता है कि मां जन्नत नहीं होती,
पिता की अहमियत मां से कम नहीं होती।
दोनों साथ-साथ चले नयी दिशा देते हैं,
बच्चों के लिए मां बाप की मन्नत नहीं होती।
हर वक्त मां बाप को याद करते हुए आज,
हमेशा बोझ रहेगा आपका बिन आप रंगत नहीं होती।
भुलेंगे नहीं आप को बिठायेंगे हम ह्रदय में,
दिल के अलावा कोई अच्छी जन्नत नहीं होती।
मां बाप तुम ने इतना प्यार दिया कैसे मैं बताऊं,
पढ़ाकर आगे बढ़ाया है जिन्दगी खंड खंड नहीं होती।
पहले आप की भावना को इस कदर देखा मुझे,
कितनी बताई मैं मां बाप की इसमें पाखंड नहीं होती।
आप ने अखंडता की ज्योति जागृति की हमेशा हमेशा,
चलूंगा आप के पगो पर इसमें कोई घमंड नहीं होती।
कुलनीति रणनीति अनुभूति जो सिखाई आपने,
खान मनजीत चेता जा इसमें कोई फ्री फंड नहीं होती।
मनजीत सिंह
सहायक प्राध्यापक उर्दू
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ( कुरुक्षेत्र )