![Ahsas Manharan ghanakshari chhand](https://thesahitya.com/wp-content/uploads/2021/12/Ahsas-696x420.jpg)
अहसास
( Ahsas )
सुहाना अहसास हो,
मेरे दिल के पास हो।
लगता कोई खास हो,
मन मीत आइए।
मधुर संगीत कोई,
तराना हो प्यार भरा।
जिंदगी के सफर में,
सदा मुस्कुराइए।
महकती बयार हो,
अहसास खुशियों का।
मधुर मुस्कान कोई,
लबों पर लाइए।
सावन बरसता हो,
या तुम घटाएं काली,
प्रीत भरी मीठी बातें,
रस बरसाइये।
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )