छंद घूंघट | मनहरण घनाक्षरी
छंद घूंघट
मान मर्यादा रक्षक, लाज शर्म धर ध्यान।
चार चांद सौंदर्य में, घूंघट सजाइए।
प्रीत की फुहार प्यारी, सुंदर सुशील नारी।
पिया मन को लुभाती, घूंघट लगाइए।
गौरी...
शारदे माँ | लावणी छंद
शारदे माँ
( 16 , 14 मात्रा पर यति अनिवार्य
30 मात्रा का मात्रिक छंद
पदांत गुरु वर्ण अनिवार्य )
भक्तों को विद्या देती हैं , कृपा...
राम | घनाक्षरी छंद
राम
घनाक्षरी छंद
( 8,8,8,7 )
दोऊ भाई लगे प्यारे,
बने धर्म के सहारे।
फहराने धर्म ध्वजा,
आये मेरे श्री राम।।
दुखियों के दुख टारे,
सब कुछ दिए वारे।
वचन निभाने चले,
वन...
चितवन | Chitwan
चितवन
( Chitwan )
मनहरण घनाक्षरी
चंचल मनमोहक, चितवन मन मोहे।
बांसुरी कन्हैया तोरी, तान छेड़े मन में।
मोर मुकुट माधव, गले वैजयंती माला।
केशव मुस्कान प्यारी, मन लागे लगन...
जीत | Jeet
जीत
( Jeet )
मनहरण घनाक्षरी
दिल जितना चाहो तो, दिल में उतर जाओ।
मीठे बोल प्यार भरा, गीत कोई गाइए।
जग जितना चाहो तो, लड़ना महासमर।
शौर्य पराक्रम वीर,...
चंद्रयान की सफलता | Chandrayaan ki Safalta
चंद्रयान की सफलता
( Chandrayaan ki safalta )
दुर्लभ को सम्भव किया, भारत देश महान।।
चन्द्रयान की सफलता, जय जय जय विज्ञान।।
जय जय जय विज्ञान, निराली तेरी...
श्याम बसे घट घट | Shyam Base Ghat Ghat
श्याम बसे घट घट
( Shyam base ghat ghat )
हरिहरण घनाक्षरी
रामजी बसा लो घट, श्याम बसे घट घट।
पणिहारी पनघट, भर लाई नीर घट।
भोर भई निशा...
कण कण पाए हरि | Narayan Hari
कण कण पाए हरि
( Kan kan paye hari )
हरिहरण घनाक्षरी
घट घट वासी हरि, रग रग बसे हरि।
रोम रोम रहे हरि, सांस सांस मिले हरि।
कण...
दया | Daya
दया
( Daya )
रूप घनाक्षरी
जीवों पर दया करें, औरों पर उपकार।
साथ देता भगवन, दुनिया का करतार।
हर्ष खुशी प्रेम भरा, सुंदर सा ये संसार।
दया नहीं मन...
क्षमा | Poem in Hindi on Kshama
क्षमा
( Kshama )
रूपहरण घनाक्षरी
दया क्षमा हो संस्कार, सदाचार और प्यार।
परोपकार गुण को, घट नर ले उतार।
व्यक्तित्व को चार चांद, यश कीर्ति हो अपार।
क्षमा बड़ों...