नई संसद का श्री गणेश | Nai Sansad
नई संसद का श्री गणेश
( Nai sansad ka shree ganesh )
नई संसद का श्री गणेश, नारी शक्ति वंदन से
नव संसद नवल सत्र,
अद्भुत अनुपम व विशेष ।
अथाह मुदित हिंद धरा,
रज रज खुशियां अशेष ।
द्वि सदन अहम बिल पारित,
सहर्ष बहुमत आभा मंडन से ।
नई संसद का श्री गणेश, नारी शक्ति वंदन से ।।
सताइस वर्ष लंबित प्रस्ताव,
अब प्रसून सदृश खिला।
लोकतंत्र परम मंदिर पर,
सर्वजन माधुर्य प्रसाद मिला ।
विकसित राष्ट्र स्वप्न माला,
अभिभूत भव्य स्पंदन से ।
नई संसद का श्री गणेश, नारी शक्ति वंदन से ।।
मोहक प्रेरणास्पद अधिनियम,
प्रगति विकास मील प्रस्तर।
प्रेरणा पुंज जन प्रतिनिधित्व,
योजना क्रियान्वन यथार्थ स्तर ।
आधी आबादी अब विमुक्त ,
अनंत काल दमन क्रंदन से ।
नई संसद का श्री गणेश, नारी शक्ति वंदन से ।।
समता समानता अनूप पथ,
अभिजीत दर्शन चारों ओर ।
राष्ट्र निर्माण आदर्श भूमिका,
निर्णयन संस्कार मर्यादा सराबोर ।
हर समस्या सहज समाधान,
सामूहिक वैचारिक मंथन से ।
नई संसद का श्री गणेश, नारी शक्ति वंदन से ।।
महेन्द्र कुमार
नवलगढ़ (राजस्थान)