विश्व शांति दिवस
विश्व शांति दिवस

विश्व शांति दिवस

( Vishwa shanti divas ) 

 

शुचिता के प्रसून खिलते,शांति के उपवन में

तन मन पुनीत पावन,
अलौकिक मृदु अहसास ।
पटाक्षेप सघन तम,
दर्शित चहुं दिशा उजास ।
रग रग अथाह मंगलता,
मोहक सुरभि पवन में ।
शुचिता के प्रसून खिलते,शांति के उपवन में ।।

शमन पथ अग्रसर,
क्रोध वैमनस्य उग्र आवेश ।
विमलता उर अवतरण,
सुरभित कर परिवेश ।
ब्रह्म आभा परम स्पंदन,
मनुज अतुल्य चितवन में ।
शुचिता के प्रसून खिलते,शांति के उपवन में ।।

वसुधैव कुटुंबकम् भावना,
सहृदय वंदन आदर सत्कार ।
नैसर्गिक सौम्य अनुबंध ,
जड़ मूल अस्त हाहाकार ।
नेह का असीम मेह,
स्वर्ग सम मधुवन में ।
शुचिता के प्रसून खिलते,शांति के उपवन में ।।

मानवता सदैव परम धर्म ,
नैतिक राह प्रशस्त ।
यथार्थ भाव नित्य विजय,
झूठ पाखंड दानवता पस्त ।
साधना उपासना शीर्षस्थ,
विलय अमृत कवन में ।
शुचिता के प्रसून खिलते,शांति के उपवन में ।।

 

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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