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Line of fire : Hindi Vyang

लाइन ऑफ फायर | Vyang

लाइन ऑफ फायर ( Line of fire : Hindi Vyang )   जनरल के नाम में ही रफ लगा है फिर उनसें साफ सुथरे व्यौहार की आशा करने वाला भोला राम ही हो सकता है। वैसे अब जनरल मुशर्रफ को अपने नाम के पहले जनरल के बजाय स्पेशल मुशर्रफ लिखना प्रारम्भ कर देना चाहिए। बगैर बन्दूक…

अफसर और सूअर

Vyang | अफसर और सूअर

अफसर और सूअर ( vyang Hindi : Afsar aur suar ) अफसर को सूअर से घिन आती थी । केवल सूअर को सूअर से घिन नहीं आती । कुछ आदमियों को सूअर से घिन आती है। अफसर आदमियों से ऊपर होंता है अतः उसे आदमियों और सूअर दोनो से घिन आती है। अफसर ने सुन…

मुकदमा कंप्यूटर पर

मुकदमा कंप्यूटर पर | Vyang

मुकदमा कंप्यूटर पर ( Vyang : Mukadma computer par )   भोपाल गैस त्रासदी की बरसी मंह बाये मातम के रूप में खडी रहती है । शोक, संवेदनाएं और श्रद्धांजलियां अपनी जगह है मगर पूरे घटनाक्रम पर प्रस्तुत है यह व्यंग्य । जय किशन जी का एक कारखाना चूहा मार दवा बनाने का भी था…

खैराती अस्पताल का मरीज

खैराती अस्पताल का मरीज | डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव की कलम से

खैराती अस्पताल का मरीज वे तीन डाॅक्टर थे ओर वह एक मरीज था । मरीज डाॅक्टरों को एक घन्टे से देख रहा था। पर वे मरीज को नहीं देख रहे थे। वे तीनो एक दूसरे को पवित्र “जोक्स” सुना कर ढहाके लगा रहे थे जिसमें मरीज का दर्द पिघल रहा था। जब मरीज के शरीर…

बेटी

बेटी | Kavita

बेटी ( Beti )   बेटी- है तो, माँ के अरमान है, बेटी- है तो, पिता को अभिमान है! बेटी- है तो, राखी का महत्त्व है, बेटी- है तो, मायका शब्द है!   बेटी- है तो, डोली है, बेटी- है तो, बागों के झुले हैं! बेटी- है तो, ननद- भाभी की ठिठोली है! बेटी- है…

Shikshak Parv Par Kavita

शिक्षक | Shikshak Par Kavita

शिक्षक ( Shikshak )   ये सच है जन्म पोषण परिवार दे देते हैं। शिक्षक उसे सफलता का द्वार दे देते हैं।। जीवन‌ के मनोरथ सकल सिद्ध तुम्हारे हों, यश  कीर्ति  बढ़े  ऐसा संस्कार दे देते हैं।। आने का प्रयोजन भी कुछ शेष न रह पाये, अन्त: तिमिर में सूर्य सा उजियार दे देते हैं।।…

साहिल- तेरे लिए

साहिल- तेरे लिए | Hindi Ghazal

साहिल- तेरे लिए ( Sahil- tere liye )   मन के अरमान मेरे बहकने लगे, तुम चले आओ अब मेरे आगोश में।   बिन तुम्हारे है सूनी, प्रणय वाटिका, रिक्तता सी है मेरे प्रणय कोश में।।   तुम मिले मुझको जब, मैं दिवानी हुई, जो मेरे पास था छोड़ कर आ गई।   प्रीत बाबुल…

सौतन

सौतन | Kavita

सौतन ( Sautan )   कर में सौतन देके गये ब्रजनाथ राधिका रानी के। खेलते रही अधर पर प्रिय के राज किये मनमानी के।।१   गये श्याम जबसे मथुरा हैं भूल गये गोकुल नगरी, घटा कालिंदी का जल इतना लगती है उतरी उतरी। चले गये चितचोर नैन जलधार बहे राधारानी के।। २   छायी खुशी…

मोहब्बत का जैसे असर लग रहा

मोहब्बत का जैसे असर लग रहा | Ghazal

मोहब्बत का जैसे असर लग रहा ( Mohabbat ka jaise asar lag raha )   खूबसूरत सुहाना सफर लग रहा। मोहब्बत का जैसे असर लग रहा।।   राह -ए -हयात जिस पर मैं थक जा रही थी। उस पर चलती रहूं उम्र भर लग रहा।।   ख्वाबों में अब तक जो मेरे आता रहा। रूबरू…

श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष (कजरी)

श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष (कजरी) | Shri Krishna Janmashtami vishesh

श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष (कजरी) ( Shri Krishna Janmashtami vishesh – Kajri )   जनमे देवकी के जब लाला खुलिगा जेल का ताला ना …2 ll   हाथों से हथकड़ियां छूटी मात पिता की बेड़ी टूटी खुल गए पाप के बंधन सारे आए जब नंदलाला ना…. जनमे देवकी ०…   सो गए सारे पहरेदार खुल…