छोड़ो गुस्सा प्यार से भी मुस्कुराया कीजिए | Attitude Shayari
छोड़ो गुस्सा प्यार से भी मुस्कुराया कीजिए
( Chhodo gussa pyar se bhi muskuraya kijiye )
छोड़ो गुस्सा प्यार से भी मुस्कुराया कीजिए
रोज़ होठों पे ग़ज़ल भी गुनगुनाया कीजिए
प्यार बढ़ता है दिलों में पूछने से देखो भी
हाल दिल का भी कभी तो ये सुनाया कीजिए
दोस्ती में प्यार की ख़ुशबू हमेशा रहती है
हाँ हमारे घर कभी तो दोस्त आया कीजिए
प्यार की बातें करके दिल को ख़ुशी दें जीवन भर
तल्ख़ बातों से नहीं दिल को जलाया कीजिए
नफ़रतों की ख़त्म होती है सदा बू सांसों से
अपनें घर को रोज़ फ़ूलों से सजाया कीजिए
की नहीं मुंह फेरकर मुझसे चला मत यूं करो
प्यार की आँखें सनम मुझसे मिलाया कीजिए
ग़ैर होने का लगे अहसास दिल को इस क़दर
यूं नहीं दिल से आज़म को ही भुलाया कीजिए
शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
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