Laxmi ji par kavita

होकर उल्लू पर सवार

होकर उल्लू पर सवार होकर उल्लू पर सवार ,चली लक्ष्मी हर घर-द्वार। यश, धन की करने बरसात,अनिल मंद स्वर गाए मल्हार । सोने का रथ,रजत पालकी,रथ पर हुए कुबेर सवार । ऋद्धि-सिद्धि व बुद्धि प्रदाता ,संग गणेश हैं , दीप आधार। मन भावन प्रिय लगे सुरुचिकर,दीपावली, धनतेरस त्यौहार। जीवन में शुभ-लाभ है छाया ,दीप जले…

तमन्न-ए-क़ल्ब

तमन्न-ए-क़ल्ब | Tamanna-e-Qalb

तमन्न-ए-क़ल्ब ( Tamanna-e-Qalb ) हर तमन्न-ए-क़ल्ब मर जाए।वो अगर अ़ह्द से मुकर जाए। और भी आब-जू निखर जाए।वो अगर झील में उतर जाए। वो अगर देख ले नज़र भर कर।सूरत-ए-आईना संवर जाए। क्या करें जान ही नहीं जाती।जान जाए तो दर्द-ए-सर जाए। जेब ख़ाली है ह़ाल बोसीदा।ऐसी ह़ालत में कौन घर जाए। हाथ रख दे…

हरियाणवी भाषा

सरकारों की उपेक्षा के चलते पिछड़ती गई हरियाणवी भाषा

वर्तमान अकादमी उपाध्यक्ष व निदेशक की पहल सराहनीय : डॉ. ‘मानव’ हरियाणा-दिवस के सुअवसर पर दिए गए अपने विशेष साक्षात्कार में डॉ. ‘मानव’ ने कहा कि पंजाब से अलग हरियाणा राज्य का गठन ही भाषा के आधार पर हुआ था, लेकिन सरकारों की उपेक्षा के चलते हरियाणवी पिछड़ती चली गई। हरियाणा के हिन्दी और हरियाणवी…

Dhanteras ka Parv

धनतेरस | Dhanteras

हर समय दुनिया की तमाम वस्तुओं की सारता-असारता का अहर्निश विचार करो। प्रत्येक चीज के उपयोग से पूर्व ऐसा विचार करने की आदत डालो! कोई भी चीज हाथ में लो तब इसे पूछो कि यह किसकी है? अपनी या पराई? अच्छी या बुरी? सुखद या दुःखद? ऐसा करते-करते धर्म की जिज्ञासा जागृत होगी। किन्तु आप…

Aise Dhanteras Manaye

धनतेरस का त्योहार आया

धनतेरस का त्योहार आया जगमग जगमग चांद सितारेमाता लक्ष्मी के चरण पधारे। व्यापारियों के भाग्य संवारेधनतेरस पर बज रहे नगाड़े। हो रहा दीपावली का शुभारंभनव वर्ष का सफल प्रारंभ। सभी खुशी-खुशी गाये मल्हारधनतेरस का आया है त्यौहार। आज झालर दिपों से सजी सभी की गेहमन के नभ से बरसे माधुरीम नेह। पुजे कुबेर संग धनवंतरी…

इन्हीं दिनों | Inhi Dino

इन्हीं दिनों | Inhi Dino

इन्हीं दिनों ( Inhi Dino ) अक्टूबर फिर गुज़रने को हैमेरे ज़ख़्म हरे करने को हैंपारिजात की बेलों परनीले फूल महक रहे थेउम्मीद की शाख़ों परआरज़ू के पंछी चहक रहे थे तुम ने इन्हीं दिनों दबे स्वर में कहाजा रहा हूँ सात समन्दर पारयदि हो सके तोतुम करना इन्तज़ारतुम्हें कैसे बताऊँउस लम्हे की कसकज़मीं पे…

आसमान छोड़ गये

आसमान छोड़ गये | Aasman Chhod Gaye

आसमान छोड़ गये ( Aasman Chhod Gaye ) 1.ख़मोशियों का फ़कत आसमान छोड़ गयेकिसी की याद के पंछी मचान छोड़ गये2.महक रहा है उसी की महक से तन सारावो दिल दिमाग़ में जो जाफ़रान छोड़ गये3.घड़ी-घड़ी ही ये लगता है आसपास हो तुमदयारे-होश में कैसा गुमान छोड़ गये4.उसी सहारे से मंज़िल पे आ गया मैं…

जगमग जगमग दीप जले है

दीप जलते ही | Deep Jalate Hi

दीप जलते ही ( Deep Jalate Hi ) छुप के बैठी थी कहीं शातिर हवा।दीप जलते ही, हुई हाज़िर हवा। तर्के-मय वाले परेशानी में हैं,बू-ए-मय अब मत उड़ा काफ़िर हवा। यक-ब-यक गुमसुम नदी क्यों हँस पड़ी,मौज से क्या कह गई आख़िर, हवा। क्या ठिकाना कब, कहाँ को चल पड़े,रुख़ बदलने में तो है माहिर हवा।…

आचार्य श्री तुलसी का 111 वाँ जन्मदिवस ( अणुव्रत दिवस )

आचार्य श्री तुलसी का 111 वाँ जन्मदिवस ( अणुव्रत दिवस )

आचार्य श्री तुलसी का 111 वाँ जन्मदिवस ( अणुव्रत दिवस ) वि. सं. 1971 को कार्तिक शुक्ल द्वितीया आज के दिन 110 वर्ष पूर्व आचार्य श्री तुलसी का जन्म हुआ था । आचार्य श्री तुलसी को मेरा भावों से शत – शत वन्दन ! इस अवसर पर मेरे भाव – जीवन उज्ज्वल कर लेअज्ञान तिमिर…

इस दिवाली हर दिल हो दीया

इस बार दिवाली में | Is Baar Diwali Mein

इस बार दिवाली में ( Is Baar Diwali Mein ) चौखट पर रख आना एक दिया इस बार दिवाली मेंप्राण निछावर कर दिए जिसने देश की रखवाली में तम ने है किया बसेरा दिन रात घनघोर काली मेंचौखट पर रख आना एक दिया इस बार दिवाली में बिंदी छूटा कंगन टूटा सुना सुना जीवन है…