प्राची अमर उजाला है | Prachi Amar Ujala Hai
प्राची अमर उजाला है ( Prachi Amar Ujala Hai ) संसार प्रकृति के नियमों के अधीन है lऔर परिवर्तन एक नियम है lशरीर तो मात्र एक साधन है lआज इसका है ,तो कल उसका है lओ मेरी भारत की बेटी lक्या सोचा था ? क्या होगया ? तुझे प्रतिभा का दर्पण नहीं ,प्रतिभा की उमँग…