कवि महेन्द्र कुमावत को कन्हैयालाल सहल द्वितीय पुरस्कार प्रदान
शब्दाक्षर राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था, संजीवनी व अलायंस क्लब नवलगढ़ द्वारा स्व. कन्हैयालाल सहल की जयंती पर जांगिड अस्पताल परिसर मे कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ दयाशंकर जांगिड थे तथा मुख्य अतिथि नगरपालिका उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया विशिष्ट अतिथि इंजीनियर भंवरलाल जांगिड रामकुमार सिंह राठौड डाॅ अनिल कुमार शर्मा व सम्मानित होने वाले कवि महेन्द्र कुमावत थे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्व. कन्हैयालाल सहल की फोटो पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये गये।
डाॅ दयाशंकर जांगिड ने अपने उदबोधन में कहा कि स्व. रामकुमार सहल के छह पुत्रों को सरस्वती की असीम कृपा रही। उनके पुत्रों ने शिक्षा साहित्य समाजसेवा मे नवलगढ का नाम रोशन किया। स्व. कन्हैयालालजी सहल ने हिंदी व राजस्थानी भाषा में सैकड़ो पुस्तकें लिखी। राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए उन्होने बहुत कोशिश की। राजस्थानी भाषा की लोकोक्तियों की शानदार व्याख्या की।
इस अवसर पर प्रसिद्ध शिक्षाविद कवि लेखक महेन्द्र कुमावत को साफा दुपटटा अलायंस प्रतीक चिंह व अलायंस की अंतराष्ट्ीय पिन देकर सम्मान किये गया। पिछले वर्ष कवि सुधाकर श्रीवास्तव का सम्मान किया गया था।
गोष्ठी मे डाॅ कैलाश शर्मा ने स्वरचित कविता सुनाई।
कवि रमाकांत सोनी ने राजस्थानी कविता प्रस्तुत की। इंजीनियर भंवरलाल जांगिड ने पिता पर कविता सुनाई। जगदीश प्रसाद जांगिड ने बुढापे पर कविता प्रस्तुत की।
समाज सेवी रामकुमार सिंह ने अपने उदबोधन मे कहा कि हमे आगे आने वाली पीढी को कार्यक्रम मे शामिल कर उनको महापुरूषो के बारे मे बताना चाहिये।
मुख्य अतिथि कैलाश चोटिया ने कहा कि आज हम कन्हैयालाल जी के किये गये कार्यो को याद कर रहे है। डाॅ जगदीश प्रसाद कडवासरा ने कहा कि राजस्थानी भाषा का शब्दकोश आकर्षक है। हमे अपने जीवन मे इस भाषा का प्रयोग करना चाहिये। यही स्व. कन्हैयालाल जी को श्रदांजलि होगी।
कार्यक्रम मे मुरली मनोहर चोबदार सीताराम वर्मा सीताराम घोडेला मनोज रूनला जनार्दन घोडेला बाबूलाल शर्मा टी एम त्रिपाठी कैलाश जांगिड डाॅ मनीष जांगिड डाॅ मीनाक्षी जांगिड डाॅ शिखरचंद जैन उपस्थित रहे।
कार्यकंम का संचालन कवि रमाकान्त सोनी ने किया। धन्यवाद डाॅ अनिल कुमार शर्मा ने दिया। राष्ट्रगान कर समापन किया गया।
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