रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

( Rahega Dhan Pada Yun Hi Badhao Pyar Jivan Mein )

 

रहेगा  धन  पङा  यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में।।
समझ ले बात ये मौका न कर बेकार जीवन में।।
करो जी-जान से उनकी हमेशा ही हिफाजत तुम।
दिलों से रिश्ते-नातों का करो सत्कार जीवन में।।
जो  पत्ते  टूट  जाते  है नहीं होती कदर उनकी।
न होना दूर अपनों से कभी-भी यार जीवन में।।
बहुत गहरा है सागर से न मिलती थाह है दिल की।
निभाता है बशर हरपल बहुत किरदार जीवन में।।
न कोई खुद बदलता है कभी फितरत यहां अपनी।
बदलता हर किसी को वक्त ही हर बार जीवन में।।
सुखों की है अगर चाहत दुखाना मत किसी का दिल,
घङी-भर  जिंदगानी  है  न  कर  तकरार  जीवन में।
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कवि व शायर: Ⓜ मुनीश कुमार “कुमार”
(हिंदी लैक्चरर )
GSS School ढाठरथ
जींद (हरियाणा)

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