संजीवनी संस्था द्वारा साहित्यकार जनकवि बजरंगलाल पारीक व भूतपूर्व विधायक श्रीराम बासोतिया को याद किया
कल सांय जांगिड अस्पताल परिसर में सामाजिक व साहित्यिक संस्था संजीवनी द्वारा साहित्य के द्रोणाचार्य व साहित्यकार जनकवि बजरंगलाल पारीक व नवलगढ के भूतपूर्व विधायक श्रीराम बासोतिया की पुण्यतिथि मनाई गई। स्थानीय कवियों द्वारा कविताएं प्रस्तुत कर उनको श्रदांजलि दी गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संजीवनी के अध्यक्ष डाॅ दयाशंकर जांगिड ने की। मंच पर संजीवनी के सचिव डाॅ अनिल कुमार शर्मा उपाध्यक्ष रामकुमार सिह राठौड, मेजर डीपी शर्मा कोषाध्यक्ष मुरली मनोहर चोबदार, संजय बासोतिया व जगदीश जांगिड उपस्थित रहे।
कार्यक्रम मे रामावतार सबलानिया जनार्दन घोडेला सुहित पाडिया पंकज शाह डाॅ मनीष डाॅ मीनाक्षी डाॅ शिखरचंद जैन शोयब लंगा मोहम्मद आमीन खत्री टी एम त्रिपाठी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डाॅ दयाशंकर जांगिड ने कहा कि बजरंगलाल जी पारीक नवलगढ के जाने माने कवि रहे उनकी कृति चांद चडयो गिगनार सब जगह प्रसिद्ध हुई। श्रीराम जी बासोतिया भी जाने माने कर्मठ राजनीतिज्ञ व समाज के अग्रणी लोगो मे जाने जाते थे।
संजय बासोतिया ने कहा कि श्रीराम जी बासोतिया उनके ताउजी थे। 1957 से 1962 तक नवलगढ के विधायक रहे उसके बाद वे झुंझुनू जिला प्रमुख निर्वाचित हुये। बासोतिया परिवार का राजनीति में आना उन्ही की देन है हम उनको शत शत नमन करते है। जगदीश प्रसाद जांगिड ने भी उनके जीवन के प्रसंग सुनाये।
बजरंगलाल जी पारीक के सुपुत्र श्रीकांत पारीक ने उनके बारे में बताया और कहा कि वे भी उन्ही की बदौलत ही वे काव्य जगत में सक्रिय है। दो मिनट का मौन रखकर नवलगढ की नामी हस्तियों को श्रदांजलि दी गई।
काव्य गोष्ठी में कवि काशीनाथ मिश्रा रमाकान्त सोनी सज्जन जोशी श्रीकांत पारीक डाॅ कैलाश शर्मा गोविंद ऱिद्धकरण बासोतिया रामावतार सबलानिया मुरली मनोहर चोबदार ने कविताएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन कवि रमाकान्त सोनी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ अनिल कुमार शर्मा ने दिया।
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