विश्व के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत अजमेर राजस्थान के गणपत लाल उदय का नाम देश सेवा के साथ-साथ हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में निरन्तर अनुकरणीय योगदान देने के खातिर वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड मतलब (विश्व के महानतम रिकाॅर्ड) भारत संस्करण में दर्ज़ किया गया है।

इसके पहले भी सैनिक कवि उदय अनेंक राष्ट्रीय एवम अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर चुके है सैनिक कवि के नाम से विख्यात गणपत लाल उदय वर्ल्डस रिकॉर्ड बनी सात साझा काव्य संग्रहों के साथ लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज़ करा चुके है आप चार सौ से भी अधिक पुस्तकों में अपनी रचनाओं का प्रकाशन व साहित्यिक सम्मानों से नवाजें जा चुके है।

हमें गर्व है ऐसे भारतीय सैनिक पर जिन्होंने आज भारत का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवाया है। सैनिक कवि- गणपत लाल उदय एक छोटे से ग्राम- अराॅंई, जिला- अजमेर, राजस्थान (भारत) के मूल निवासी है आप स्वर्गीय सोहनलाल उदय एवम श्री मती रामीदेवी के आठ पुत्र-पुत्रियों में सातवे नंबर के पुत्र है।

जैसे ही इनके दूसरे वर्ल्ड रिकॉर्ड की जानकारी अपने गाॅंव एवम परिवार वालों को हुई तो ख़ुशियो का ठिकाना नही रहा उदय के घर पर एवम फ़ोन पर शुभकामनाइयों बधाईयों का तांता लग गया कोई बधाई शुभकामनाएं दे रहा है तो कोई गिफ्ट, कोई पार्टी की बोल रहा है तो कोई मिठाई की।

देशभक्ति के साथ त्याग-तपस्या व समर्पण की राह पर चलकर सैनिक कवि उदय ने अपने परिवार
में बच्चों के लिए शिक्षा, संस्कार, रोटी-कपड़ा एवम मकान भी जुटाया है एवं कठिन से कठिन संघर्ष कर सांसारिक उलझनों को भी सुलझाया है।

इनके कार्यों, व्यवहारों एवं बातों से भी किसी का भला हुआ है तो कोई सदमार्ग पर चला है आज जिनकी रचनाएं देश ही नही विदेशों में भी कई पटलों पर देखी/पढ़ी जा सकती है।

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