
सरदार वल्लभ भाई पटेल
( Sardar Vallabh Bhai Patel )
स्वाभिमानी भाल दमकता अदम्य साहस भरपूर।
राष्ट्रदीप जोत ज्योत जला देश प्रेम में रहते चूर।
एकता का सूत्र पिरोकर मातृभूमि से प्यार किया।
लौहपुरुष सच्चे सपूत तन मन धन सब वार दिया।
अखंड भारत निर्माता दूरदर्शी उच्च विचारधारा।
क्रांतिकाल कर्मठ योद्धा वल्लभभाई पटेल प्यारा।
सद्भाव प्रेम की धारा में आप देश प्रेम दीवाने हो।
फूलों की महकती बगिया सरदार बड़े सुहाने हो।
नीति नियंता प्रबल बुद्धि विवेक ज्ञान के सागर।
संघर्षों में रहे सदा देशहित ही जीवन की गागर।
जोश जज्बा हौसलों की धुन में रहते मतवाले।
महा समर के सच्चे योद्धा राष्ट्रदीप हे रखवाले।
रचनाकार : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )