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होलिया में गरवा लगवा | Holiya me
होलिया में गरवा लगवा छुटि जाई दुनिया -जहान, होलिया में गरवा लगावा। जाई नहीं सथवाँ ई महल-अटरिया, दाग से बचावा तू अपनी चदरिया। अपनी चदरिया हो,अपनी चदरिया, अपनी चदरिया हो,अपनी चदरिया, नाहीं करा तनिको ग़ुमान, होलिया में गरवा लगावा, नाहीं करा तनिको ग़ुमान, होलिया में गरवा लगावा, छुटि जाई दुनिया -जहान, होलिया में गरवा लगावा।…
अम्मा याद आईं | Kavita Amma Yaad Aayi
अम्मा याद आईं ( Amma yaad Aayi ) अबकी होली में न जाने क्यों अम्मा याद आईं, मेरे पास कोई ऐसा भी नंबर होता, जो उससे भी बात हो पाती , उस देश का पता होता, जहां वो चली गई है, तो जरूर उसे, एक चिट्ठी लिखता, उसे लिखता कि, तेरे बिन यह…
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता नभ धरातल रसातल में ढूंढ़ता। कहां हो मेरी प्रिये स्वतंत्रता।। सृष्टि से पहले भी सृष्टि रही होगी, तभी तो ये बात सारी कहीं होगी, क्रम के आगे नया क्रम फिर आता है, दास्तां की डोर बांध जाता है।। सालती अन्तस अनिर्वचनीयता।। …
माँ पर नरेन्द्र सोनकर की ४ कवितायेँ
माॅं कभी दगा नहीं देती जन्म देती है शिक्षा-संस्कार देती है लाड़-प्यार देती है आचार-विचार देती है रूप-आकार देती है पुष्टाहार देती है घर-परिवार देती है माॅं संसार देती है दुश्चरित होने पर भी लगा लेती है ऑंचल से हमें भगा नहीं देती माॅं कभी दगा नहीं देती मालती देवी ( जिस कोख से मैंने…
जय मां भारती | Jai Maa Bharti
जय मां भारती ( Jai maa bharti ) शत शत बार नमन वंदन कोटि कोटि बार प्रणाम कर गए आजाद गुलामी से लाखों लाखों बार उन्हें सलाम लेकिन,अब बारी हमारी है यदि,देश की माटी प्यारी है देश बचाना होगा सत्ता लोभी से छली,कपटी, टुच्चे और भोगी से नव भारत का निर्माण करें आओ मत…
कुछ दिन पहले
कुछ दिन पहले कुछ दिन पहले मैं आकर्षित हो गया था उसके गौर वर्ण पर उसके मदहोश करते लफ़्ज़ों पर उसके उभरे उरोजों पर…… उसने कहा था- तुम भी मुझे अच्छे लगते हो मैं जुड़ तो सकती हूं पर…… कैसे तेरे साथ आ सकती हूं.? शंकाओं ने घेरा हुआ है आऊँ…