कान मेरे उसकी चूडियां खनक गयी

कान मेरे उसकी चूडियां खनक गयी

कान मेरे उसकी चूडियां खनक गयी     कान मेरे उसकी चूडियां खनक गयी प्यार में उसके दिल की धड़कन बहक गयी   आख़री थी निशानी उसकी पास में हाथ से वो भी तो अंगुठी छनक गयी   आ रही है सदा जिंदगी में ग़म की सूली पे ही ख़ुशी अपनी सब लटक गयी  …

प्यार के किस्से पुराने हो गए

प्यार के किस्से पुराने हो गए

प्यार के किस्से पुराने हो गए     प्यार के किस्से पुराने हो गए। वक्त के हम भी निशाने हो गए ।।   जिंदगी भर साथ रहना था हमें। दूर रहते अब ज़माने हो गए।।   किस तरफ तक़दीर लेकर आ गई। लुट चुके से हम खजाने हो गए।।   क्या सुनाएं जिंदगी की दास्तां।…

दर्द ग़म (हाइकु )

दर्द ग़म

दर्द ग़म (हाइकु )   1 दिल मेरा बेज़ार है जिंदगी से ही ख़ुशी आजकल दरकार है    2 नींद लूटी इश्क़ ने ऐसी मेरी देखिए  आंखें अब  बेदार है   3 थी जहां हर रोज बस प्यार की बातें ही प्यार अब वो खार है 4   फूलों की मानिंद हर पल मुस्काता  था…

निद्रा

निद्रा

निद्रा     शांत क्लांत सुखांत सी पुरजोर निद्रा। धरती हो या गगन हो हर ओर निद्रा।।   विरह निद्रा मिलन निद्रा सृष्टि निद्रा प्रलय निद्रा, गद्य निद्रा पद्य निद्रा पृथक निद्रा विलय निद्रा, आलसी को दिखती है चहुंओर निद्रा।।धरती०   सुख भी सोवे दुख भी सोवै सोना जग का सार है, सोना ही तो…

उस हंसी के जैसा देखा चांद है

उस हंसी के जैसा देखा चांद है

उस हंसी के जैसा देखा चांद है     उस हंसी के जैसा देखा चांद है! वो फ़लक पे आज निकला चाँद है   रोशनी है इसलिए मेरी गली हाँ इधर से दोस्त गुजरा चाँद है   क्यों न दीवाना बने उसका दिल ये हू ब हू वो चेहरा लगता चाँद है   इसलिए दीदार…

नवरात्र

नवरात्र

नवरात्र (नवरात्र पर विशेष )     भूलो मत अपना नाता । माता-पिता जिसे भुला दे बालक जग में चैन कहां पाता।।   ममतामयी तुम करूणामयी तुम प्रेम तुम्हारा विख्याता। कपूत को भी गले लगाती शरण तुम्हारी जो आता ।।   रक्तबीज हो या महिषासुर सामने तेरे जो जाता। महाकाली के तेज के आगे कोई…

शहर आया तेरी दोस्ती के लिये

शहर आया तेरी दोस्ती के लिये!

शहर आया तेरी दोस्ती के लिये!   शहर आया तेरी दोस्ती के लिये! वरना मेरा नहीं कोई है शहर में   बेदिली से बातें मत कर मुझसे सनम और भी वरना मकां है शहर में   माना है तुझको हमेशा अपना है ग़ैर तुझको अब नहीं कर सकता हूँ   तोड़ दूँ कैसे भरा दिल…

किया फिर घात दुश्मन ने बढाकर हाथ यारी का

किया फिर घात दुश्मन ने बढाकर हाथ यारी का

किया फिर घात दुश्मन ने बढाकर हाथ यारी का    किया फिर घात दुश्मन ने बढाकर हाथयारी का। मिटा के उसकी हस्ती को सबक़ देंगे मक्कारी का।।   यूं सरहद लांघ कर उसने खुद शोलों को हवा दी है। ज़माने भर में है चर्चा जवानों की दिलेरी  का।।   पड़ोसी जान कर हमने उसे हर…

आ रही है फूलों से सदा एक ही!

आ रही है फूलों से सदा एक ही!

आ रही है फूलों से सदा एक ही!   आ रही है फूलों से सदा एक ही! मत मसलों  यूं मुझे बेदर्दी से   फूल हूँ मैं आंगन का वो ही हंसी बद्दुआ से दूर रहता  हर आंगन   जीने दो मुझको जहां में इज्जत से फूल हूँ मैं नाजुक सी खिलती कभी   मत…

दिल में ज़ज्बा हौंसले हरदम यूं फौलादी रखो

दिल में ज़ज्बा हौंसले हरदम यूं फौलादी रखो

दिल में ज़ज्बा हौंसले हरदम यूं फौलादी रखो   दिल में ज़ज्बा हौंसले हरदम यूं फौलादी रखो । दुश्मनों से तुम बचाके हिंद की वादी रखो।।   धङकने दो देश को सीने में धङकन की तरह । दिल ना कोईआज तुम इससे कभी खाली रखो।।   सर ना झुकने पाये हरगिज दुश्मनों के सामने। इसकी…