Ghazal || जुगनू आये नया उजाला लेकर
जुगनू आये नया उजाला लेकर ( Jugnoo Aaye Naya Ujala Lekar ) बुझते दीपक मे साथ जलने आई हूं अपनी सारी ही तमन्नाए साथ लाई हूँ खुदको खोकर मेरा मोल लगाया तुमने दिल के बाजार में बिकने के लिए आयी हूँ चोट पत्थर से नहीं फूल से खायी तुमने इक नादान मुहब्बत में लुट…