तुम्हारी खुशी की खातिर | (अंतिम भाग ) | Hindi Story
तुम्हारी खुशी की खातिर ( Tumhari khushi ke khatir ) अदनान जल्दी से शरणार्थी कैम्प में पहुंचा लेकिन रुकय्या का कही। अता-पता नहीं था, उसकी निगाहें चारों तरफ रुकय्या को ढूढ़ती रही। वह हर रोज समुद्र के किनारे पर जाकर बैठता, उसका इन्तजार करता कि शायद कभी न कभी तो वह उसे नज़र आयेगी लेकिन…