व़क्त तन्हा यहां मेरा कटता नहीं

Hindi poem on time| व़क्त तन्हा यहां मेरा कटता नहीं

व़क्त तन्हा यहां मेरा कटता नहीं ( Waqt tanha yahan mera katata nahin )   व़क्त तन्हा यहां मेरा कटता नहीं! जिंदगी में हंसी कोई लम्हा नहीं   सिलसिला फ़िर न होता मनाने का ही वो  अगर  मुझसे  नाराज़  होता नहीं   टूट गया है जुड़ने से पहले ही रिश्ता जुड़ा  कोई  उससे  मेरा  रिश्ता…

इक रोज़ हवा बनकर

Hindi poem on love | इक रोज़ हवा बनकर, तेरी गली में आ जाऊंगा

इक रोज़ हवा बनकर, तेरी गली में आ जाऊंगा ( Ek Roz Hawa Banke Teri Gali Mein Aa Jaunga )   इक रोज़ हवा बनकर, तेरी गली में आ जाऊंगा। मैं  तेरी  जुल्फें  तेरा  आंचल,  लहरा जाऊंगा।।   तेरी  अदा तेरी हंसी, लजबाव है। बोल इतना खुश,क्यूं तू आज है।।   यूं  मुस्कुरा  कर, जान…

सहारे छोड़ के सारे लिया उसका सहारा है

Best hindi ghazal| सहारे छोड़ के सारे लिया उसका सहारा है

सहारे छोड़ के सारे लिया उसका सहारा है (Sahare Chhod Ke Sare Liya Uska Sahara Hai)   सहारे  छोड़  के  सारे  लिया  उसका  सहारा है। जहां के साथ में हरग़िज नहीं अपना गुजारा है।।   बिना  मांगे  हमें  देता  वही जो चाहिए हमको। बशर से मांगना हमको नहीं हरगिज़ गवारा है।।   सुखों  को  तू …

मुहब्बत की ख़ुशबू से मन भरा है

Hindi Ghazal on love | मुहब्बत की ख़ुशबू से मन भरा है

मुहब्बत की ख़ुशबू से मन भरा है ( Muhabbat KI  Khushboo Se Man Bhara Hai )     मुहब्बत की ख़ुशबू से मन भरा है! गुलाबी फ़ूल मन में खिल रहा है   मुहब्बत में हुआ घायल मैं ऐसा किसी की तीर आंखों का चला है   रहा वो ग़ैर बनकर रोज़ मुझसे हंसी चेहरा…

शीशा-ए-दिल पे जमी है धूल शायद

शीशा-ए-दिल पे जमी है धूल शायद | Ghazal on love

शीशा-ए-दिल पे जमी है धूल शायद ( Shisha-e-Dil Pe Jami Hai Dhool Shayad )   शीशा-ए-दिल पे जमी है धूल शायद। देखने  में  हो  रही  है  भूल शायद।।   आरजू होती नहीं सब दिल की पूरी। हर दुआ होती नहीं मक़बूल शायद।।   एक साया-सा नज़र आया है हम को। दूर  अब  तो  है नही…

रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ

Ghazal | रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ

रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ ( Rishta Pyar Ka Jodna Chahta Hoon )   रिश्ता प्यार का  जोड़ना चाहता हूँ! दीवारें नफ़रतें  तोड़ना चाहता हूँ   मिली है किसी दर से ही बेदिली है अब यें शहर मैं छोड़ना चाहता हूँ   ख़फ़ा होते है लोग मुझसे यहां कुछ यहां सच जब भी बोलना…

इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता

Love Shayari | इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता

इक़रार ए मुहब्बत का वो ज़वाब देता ( Iqrar -E- Muhabbat Ka Wo Jawab Deta )   इक़रार  ए  मुहब्बत  का  वो  ज़वाब देता तो मैं उसे मुहब्बत का आज़म गुलाब देता   अहसास नफ़रतों का लगता नहीं मुझे फ़िर जो  प्यार  की  रवानी  दिल से ज़नाब देता   कर  लेता  वो मुहब्बत मेरी क़बूल…

Ghazal | रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

Ghazal | रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में

रहेगा धन पङा यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में ( Rahega Dhan Pada Yun Hi Badhao Pyar Jivan Mein )   रहेगा  धन  पङा  यूं ही बढ़ाओ प्यार जीवन में।। समझ ले बात ये मौका न कर बेकार जीवन में।। करो जी-जान से उनकी हमेशा ही हिफाजत तुम। दिलों से रिश्ते-नातों का करो सत्कार जीवन…

में तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता

Ghazal | मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता

मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता ( Mein Tere Ghar Ko Dekhe Bagair Wahan Se Ja Bhi Nahin Sakta )     मैं तेरे घर को देखे बगैर वहां से जा भी नहीं सकता और फिर खुदको में यही बात समझा भी नहीं सकता   तेरे याद को बेरुखी…

तुम मिलते या न मिलते एक स्टेट्स लगाते

Vyang | तुम मिलते या न मिलते एक स्टेट्स लगाते

तुम मिलते या न मिलते एक स्टेट्स लगाते ( Tum Milte Ya Na Milte Ek Status Lagate )   तुम मिलते या न मिलते एक स्टेट्स लगाते। मोबाइल के बहाने से हम तुम्हे देख पाते।।   मेसैजिंग   रेगुलर   करते  रिप्लाई  रेगुलर  जाता, प्रेम के दुश्मन भी इसको कभी भी न समझ पाते।।   वीडियो काल…