
तेरा होना मेरा होना
( Tera hona mera hona )
भ्रम सा ही तो है
तेरा होना
मेरा होना
अनसुलझे सवालों सा तू
उलझे से जवाबों सी मैं
उतार जामा यह
फरेब का
देख फिर
क्या है तू
क्या हूं मैं
भरा भरा सा लगे
फिर भी खाली सा तू
खाली खाली सी मैं
बहा दें अना
गिरा दें वजूद
खुद को खुद से
इतना उठा लें
खला सा हो जाये तू
खला सी हो जाऊं मैं
खाली से होकर भी
भर जायें कुछ तुम
कुछ मैं..
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )