विश्व शिक्षक दिवस | Vishva Shikshak Diwas
विश्व शिक्षक दिवस
( Vishva Shikshak Diwas )
शिक्षक चेतना का चिराग
मृदुल मृदु विमल वाणी,
श्री चरण कमल वरदान ।
कृत कृत्य श्रेष्ठ उपमा,
हृदय पुनीत संधान ।
दर्शन दिव्य दीप्त आभा ,
सुषुप्त सौभाग्य जाग ।
शिक्षक चेतना का चिराग ।।
उर तरंग पावन झंकार,
अलस सदा अति दूर ।
शोभित मन मुकुलिका,
बसंती आभा भरपूर ।
मुदित मगन अंतर्मन,
यथार्थ संगीत स्वर राग ।
शिक्षक चेतना का चिराग ।।
शांति शीतलता सरसता,
अनंत तृप्ति प्रीति कारक ।
सकारात्मक नैतिक सोच,
समस्या जड़ मूल निवारक ।
शिक्षण अधिगम बोधगम्य,
स्पंदन विद्यार्थी घट अनुराग ।
शिक्षक चेतना का चिराग ।।
वाणी वेणु श्रवण चिंतन मनन,
नैतिकता मोहक श्रृंगार ।
संस्कृति सुसंस्कार मर्यादा,
सदाहित अपनत्व आगार ।
राष्ट्र वंदन मानवता स्तुति,
ऊर्जस्वित आतुर प्रतिभाग ।
शिक्षक चेतना का चिराग ।।
महेन्द्र कुमार
नवलगढ़ (राजस्थान)