Vriksh Sanrakshan

वृक्ष संरक्षण | Vriksh Sanrakshan

वृक्ष संरक्षण

( Vriksh sanrakshan ) 

 

विश्व पर्यावरण दिवस हार्दिक शुभकामनाएं

वृक्ष संरक्षण हम करें, प्रकृति बचाये आज |
हरियाली हो इस धरा,ऐसा करना काज ||

सूर्य सकल तम को हरे, जग में भरे उजास।
नव आशा नव प्रेरणा, भरता नव उल्लास।।

शीतलता हो चाँद सी , चर्या शिष्टाचार।
मानव हो कर तो नहीं , भूलें हम संस्कार ||

नदियाँ नित कल-कल बहे, बहती वायु अपार।
बिना प्रकृति सम्भव नहीं , जीवन अरु संसार।।

तरुवर भोगें ही नहीं, अपने फल अरु छाँव ।
घात न इन पर कीजिए , शोभें इनसे गाँव ।।

वृक्षों की पूजा करें, यही हमारी रीति |
जीवित रखते संस्कृति, सिखलाती है नीति ||

 

डॉ कामिनी व्यास रावल

(उदयपुर) राजस्थान

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