5 जून विश्व पर्यावरण दिवस | World Environment Day Poem In Hindi
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस
( 5 June World Environment Day Poem In Hindi )
स्कॉटलैंड में उत्पन्न हुआ विश्व में छाया
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1972 में आया
50 बर्षों में 100 से अधिक देशों में समाया
पृथ्वी के परित जीवन सुन्दर सजग बनाया
पृथ्वी मेरी मातृभूमि है अब पूजन की बारी है
घर परिवार सुदृढ़ होते यह बहोत उपकारी है
इसकी रक्षा न करना यह विनाश की तैयारी है
आओ हम सभी साथ साथ रहे हमारी ही पहरेदारी है
कटे न वृक्ष दगे न गोले तोप के बम अति घातक है
खेती में पड़े न उर्वरक के बंज़र बनाते कीटनाशक है
जैविक खाद का हो प्रयोग ये उर्वरता के साधक है
शान में जान का संकट नित सुखी जीवन में बाधक है
जहर उगलते ट्रक ट्रैन टेम्पो जिससे पर्यावरण प्रदूषित है
बिन वृक्ष के गरल कौन पिए जिससे मानवता कलुपित है
जनसँख्या काम करे सहस्र वृक्ष लगाए जिससे वो पोषित है
इस पवन पर्व पर बिधुत संचालित वाहन लें जो घोसित है
नदी नाले में घरेलु व कारखानों के कचरा नहीं बहाया है
बहाव के पूर्व प्लांट में साफ़ करके ही हमने अब पहुँचाया है
प्लास्टिक को त्याग इकोफ्रेंडली को आगे बढ़ाया है
आज विश्वा पर्व मनाकर आर पी पर्यावरण सुखद बनाया है
कवि: राम बरन सिंह ‘रवि’ (प्रधानाचार्य)
राजकीय इंटर कालेज सुरवां माण्डा
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश )
यह भी पढ़ें :-
कविता प्रकाशित करने के लिए बहुत बहुत बधाई। कुछ त्रुटियों को नजरअंदाज करते हुए इस कविता के भावार्थ को लें तो यहअति सुन्दर है।सहयोग के लिए धन्यवाद, सर।