कर प्रयास | Kar Prayas
कर प्रयास
( Kar prayas )
क्या जीत में,
क्या हार में
तेरा अस्तित्व है
तुझसे ही संसार में।।
कर्म पथ पर करता चल
अपने कर्म से पूर्ण हर मनोकामना
तेरी हार में भी जीत निश्चित ही होगी
होगी यह भी एक संभावना।।
तू ढूंढ निकल कर कोई समाधान
आए जब कोई भी तूफान
न थक्कर यूं बैठ तू जा
कर प्रयास कर प्रयास
तेरा अभ्यास ही तेरी साधना ।।
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश