मेरे श्री रामलला | Mere Shriram Lala
मेरे श्री रामलला
( Mere Shriram Lala )
( 1 )
राम नाम की सहर्ष इस ज्योति को हृदय में जगाए रखना तुम !
आंगन को अपने सुंदर पुष्पों से मधुबन सा सजाए रखना तुम ।।
मर्यादा में रहकर सम्मान मिला हैं मेरे श्री राघव को !
प्राण प्रतिष्ठा फिर से होगी घर अयोध्या बनाएं रखना तुम ।।
राम लला के रूप में देखो राघव फिर से विराजेंगे,
अयोध्या नगरी पावन होगी वे जन जन के बीच पधारेंगे ।।
धन्य धन्य है वह मनुज बहुत जो अयोध्या में ही जन्म लिए,
राम नाम के छांव में रहकर निर्धन भी जैसे धन्य धनवान हुए।।
कई वर्षो तक संघर्ष चला है अपने ही अस्तित्व के लिए ,
राम नाम जिसने न जाना वह पापी अब दूर हुए।।
देखो पुण्य प्रताप बहुत है राम नाम के जाप में
सत्य सनातन जीत हुई है कलयुग के भी इस राज में ।।
धन्य धन्य वह कार सेवक है , जिन्होंने जान की बाजी लगा दी थी!
भगवा पहन राम नाम के खातिर जान भी दाव पर लगा दी थी ।।
प्रभु शरण में जो आए वह राम नाम से सरयू भूमि तक पहुंचे हैं!
बड़ा कठिन भक्ति मय सफलता से जो राम नाम से हृदय सीचे हैं।।
एक निवेदन मेरा है मेरे प्रभु श्री राम से,
कृपा बनाए रखना अब ऐसे ही भारत धाम पर।।
20 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा पुनः हो रही अयोध्या नगरी भारत में,
दीप प्रज्ज्वलित घर-घर होंगे, ये होगा श्री राम पर्व विश्व भर में।।
( 2 )
चैत्र नवमी से पहले ही
पौष मास में आ गया
नव वर्ष कुछ यूं हमारा
राम नाम की भक्ति बिना
नहीं हम भक्तों का गुजारा।।
मर्यादा में रहकर जीती ,
श्री राम ने अपनी पारी
सत्य सनातन की जीत हुई है,
अब सब भक्त बजावे ताली।।
मेरे श्री राम अयोध्या धाम विराजे
राम लला, सिया,लक्ष्मण हनुमान संग पधारे
अयोध्या जगमग हुई है,रोशन जैसे दिवाली
भारत सारा मिल कर यह उत्सव मनावे ।।
श्री राम जन्म भूमि पर,भक्त जन फूल पसारे
राह देख रहे थे जैसे मिल इस अवसर का सारे ,
निमंत्रण तो नाम हैं बस इस तीरथ का ये कार्य
यह निमंत्रण सबका है ये सारे भारत वासी जाने ।।
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश
dubeyashi467@gmail.com