शिक्षा का आधार | Kavita Shiksha ka Aadhar
शिक्षा का आधार
( Shiksha ka Aadhar )
इल्म की रौशनियाँ जग में जो फैलाते हैं,
ज़िन्दगी जीने का गुर जो हमें सिखाते हैं,
लड़खड़ाहती है , जब भी ज़ुबाने हमारी,
शिक्षक ही हर्फ-बा-हर्फ हमको रटाते हैं,
अलिफ़ से अल्लाह की पहचान कराते,
गीता बाईबिल में , ख़ुदा वही दिखाते हैं,
वालिदैन का दुनिया में कोई बदल नहीं,
मगर शिक्षक सबसे ऊँचा ओहदा पाते हैं!
आश हम्द
( पटना )