मेरा वतन मेरी चाहत | Mera Watan Meri Chahat
मेरा वतन मेरी चाहत
( Mera Watan Meri Chahat )
मेरा देश मेरा वतन
तुझे नमन ए मेरे वतन
हम फूल तू है चमन
तुझसे ही है यह तन मन।
आंख जो कोई उठाएं
आग दरिया में लगाएं
दुश्मन को सीमा पार भगाएं
तिरंगे को चारों दिशाओं में फहराएं।
तेरी खातिर सैकड़ों मर भी जाएं
जान पर अपनी खेल भी जाएं
वीर सपूतों की शहादत जाया न जाएं
तुझे कयामत तक ना भूला जाएं।
हंसते-हंसते सूली पर चढ़ गए
सीने पर भी गोली खा गए
तिरंगा देश की शान कह गए
जाति धर्म का भेद सब मिटा गए।
भारत देश मेरी पहचान है।
मेरा दिल यही मेरी जान है।
लता सेन
इंदौर ( मध्य प्रदेश )