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आप कहाँ हैं | Kavita Aap Kahan Hain
आप कहाँ हैं ( Aap Kahan Hain ) निवास क्षेत्र और कर्म क्षेत्र हि है आपका जीवन क्षेत्र इनके संग का व्यवहार ही करता है प्रमाणित जीवन चरित्र अनगिनत रास्ते हैं कर्म पथ के पथ को मिलती है दिशा विवेक से विवेक आता है संस्कार से और संस्कार मिलते हैं संगत से संगत आपके…
टुकड़ों में बटी ज़िंदगी | Poem tukadon mei bati zindagi
टुकड़ों में बटी ज़िंदगी ( Tukadon mein bati zindagi ) टुकड़ों में बटी ज़िंदगी जोड़ूँ कैसे सुलझाती इस ज़िंदगी को उलझ जाती हूँ कभी मैं सुलझाऊँ ‘गर खुद को तो उलझ कर रह जाये ज़िंदगी टुकड़ों का कोना तुड़ा मुड़ा जुड़े न इक दूजे से मसला – ए – ज़ीस्त हल करते करते खुद…
घर में राम पधारे | Kavita Ghar me Ram Padhare
घर में राम पधारे पावन दिवस जनवरी बाईस घर में राम पधारे ! विजई हुआ ये सत्य सनातन धन-धन भाग्य हमारे !! बंदी बना दिया पटना में अवध में गोली चलवाई ! धिक्कार तुम्हें छद्मवेशियों क्या लाज तुम्भें ना आई !! लाल हुआ सरयू का पानी माँ का कोख उजाड़ दिया ! मानवता हो गई…
राष्ट्रीय बालिका दिवस | National Girl Child Day
राष्ट्रीय बालिका दिवस ( National Girl Child Day ) घर-घर यहां पर कन्या पूजी जाती है, फिर वही कन्या के ” भ्रूण हत्या ” पर यहां बस चुप्पी चुप्पी ही नजर आती हैं शायद स्वार्थ से ही बिटिया नजर आती हैं।। जन्म से पहिले ही मार दी जाती हैं बेटियां बधाइयां यहां किस बात…
सुभाष चंद्र बोस ने कहा था ( कविता )
सुभाष चंद्र बोस ने कहा था ( कविता ) ‘नेता जी’ निज हिन्द सैना से, जोश मे भर यूं कहे खङे। सबक सिखाना है दुश्मन को फैसले लेगे आज कङे ।। ‘जयहिंद’ बोल के समर-भूमि मे, कदम मिलाते चलो बढे। ऐसा जोश जिगर मे भर लो, दस-दस के संग एक लङे ।।…
Hindi Kavita | Hindi Poem| Hindi Poetry -मैं और मेरे श्रोता
मैं और मेरे श्रोता ( Main Aur Mere Shrota ) ** जी भर के मुझ को देखो थोड़ा सा मुस्कुराओ हम सामने तुम्हारे पलके झुका रहे है ** दिल में उतरने का वादा जो कर रही हूँ तुमसे भी लूंगी वादा दिल में बसाये रखना ** एसी बातो से ना हमको निराश करना हम गीत…