Search Results for: कविताएँ

सुदेश दीक्षित की कविताएं | Sudesh Dixit Poetry

सुदेश दीक्षित की कविताएं | Sudesh Dixit Poetry

चुपके से बड़ी मासुमियत से जो दर्द अदा कर गए।उठा न सकूं सर इतना खौफ जदा कर गए। रात गुजारी है कैसे क्या बताएं हम।हमारे ख्वाब हमी से दगा कर गए। वो डराते रहे साथ रह कर हमें सदा।फिर भी हम उनसे वफ़ा कर गए। मशगूल थे हम पुराने ग़मों को भुलाने में।चुपके से वो…

डॉ. बीना सिंह “रागी” की कविताएं | Dr. Beena  Singh Raggi Poetry

डॉ. बीना सिंह “रागी” की कविताएं | Dr. Beena  Singh Raggi Poetry

चलते चलते कुछ यूं ही कहीं कोई होठों पर अपने सुरताल सजा रहा हैकहीं किसी का भूख से भूखा पेट कुलबुला रहा है दुखिया के खातिर वो जो मुखिया बने हैं सुखियाभोजन में 56 भोग पूरी खीर गुलगुला चबा रहा है कठपुतली है हम सब डोर ऊपर वाले की हाथों मेंइशारे पर नाचाता है और…

श्रीमती उमेश नाग की कविताएं

श्रीमती उमेश नाग की कविताएं

कवि क्या है जानिए कवि क्या है जानिए ,कर्म उसके भरमार हैं।कवि एक राज हैभावों का शिल्पकार है।साहित्य का द्वार है,कल्पनाओं की खिड़की बेशुमार हैं।ज्ञान का भंडार है,कवि आसमान है,वह कलम की उड़ान है।कवि के कर्म खेत में जैसे,बीज डालकर पौध विकसित –होता है,वैसे ही भावनात्मक क्षण को,अपनी कल्पना से रचना कोविकसित कर्म करता है।कवि…

Savita Hindi Poetry

सविता जी की कविताएँ | Savita Hindi Poetry

पुरानी तस्वीर कुछ तस्वीरें पुरानी सी है। बीते दिनों की आखिरी निशानी सी है। पुराने होकर भी कुछ किस्से पुराने नहीं लगते। अंजान होकर भी कुछ लोग अनजाने नहीं लगते। यूं तो अक्सर हम आगे बढ़ जाते हैं वक्त के साथ । फिर भी कुछ लम्हे वहीं ठहर जाते हैं अपनों के पास। कभी-कभी लगता…

गणपत लाल उदय की कविताएं | Ganpat Lal Uday Poetry

गणपत लाल उदय की कविताएं | Ganpat Lal Uday Poetry

अनमोल है मानव जीवन कभी फुर्सत मिले तो पढ़ लेना हमारी यह रचना,किस्मत पर कभी ना रोना सदा हॅंसते ही रहना।नही होता है पूर्ण कभी हर इन्सान का ये सपना,हो सके तो मेहनत की आदत डालते ही रहना।। धूप-छाॅंव, सर्दी-गर्मी और वर्षा में ख़्याल रखना,एक दूजे को सफ़ल देखकर जलन नही रखना।अनमोल है मानव जीवन…

दीपक वोहरा की कविताएं

दीपक वोहरा की कविताएं | Deepak Vohra Poetry

कुछ देर ही की तो बात है कुछ देर ही की तो बात हैसाथ चल सको तो चलोन जाने फिर कब कहां मिलना होगर साथ चल सको तो चलोतुम्हारी मंजिल इधर हैमेरी मंजिल भी बस थोड़ी उधर हैगर साथ चल सको तो चलोकुछ देर ही की तो बात हैकुछ पल मेरे साथ जी सको तो…

Manjit Singh

खान मनजीत भावड़िया की कविताएं साहित्य व संस्कृति धरोहर

खान मनजीत भावड़िया मजीद का संस्कृति में महत्वपूर्ण सहयोग है: यदि आप कविताओं के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो वैदिक प्रकाशन से सम्पर्क साधा जा सकता है।आपके द्वारा दी गई जानकारी खान मनजीत भावड़िया मजीद के संस्कृति में महत्वपूर्ण सहयोग को दर्शाती है। उनकी कविताएँ और लेख न केवल हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा…

Suma Mandal Poetry

सुमा मण्डल की कविताएं | Suma Mandal Poetry

माया की शक्ति ठंडी हवा का झोंका हूंँ,बहती हूँ शीतल मन्द-मन्द।स्पर्श से मेरे,हो जाते हैं आँखें बंद।। चंचल नदी की धारा हूंँ,नित बहती हूँ कल-कल।स्पर्श से हो जाती समस्याएंँ हल।। शांत सागर का लहर हूंँ,उफान से मचा देती भूचाल।निकट आने वालों का हो जाता है बुरा हाल।। नारायण की मैं माया हूँ,नयन बाण में अदम्य…

Sant Kumar Sarthi Poetry

संत कुमार सारथि की कविताएं | Sant Kumar Sarthi Poetry

अध्यात्मिक चिंतन – ताटंक छंद केवल स्वार्थ जाग रहा है, धन पाकर इतराता है।चक्रव्यूह में फॅ॑स कर मानव,भजन नहीं कर पता है।जो जन्मा है वह जाएगा, काल सभी को खाता है।कर्मों का सब लेखा-जोखा, जीव चुकाने आता है। शाम सवेरे सुमिरन करना, रहता मंगलकारी है।सदाचार के पथ पर चलना,करना चिंतन जारी है।दीनहीन कीसेवा करना,फल मिलता…

प्रगति दत्त की कविताएं | Pragati Dutta Hindi Poetry

प्रगति दत्त की कविताएं | Pragati Dutta Hindi Poetry

क्या हुआ अगर क्या हुआ अगर,खो गई डगर ।पा लेंगे फ़िर ,लम्बा है सफ़र ।क्या हुआ अगर ,आज छाया अंधेरा ।कल निश्चय ही ,लौटेगा सवेरा ।भयभीत ना होना ,जीवन तो बस पाना खोना ।क्या हुआ अगर ,छाई है निराशा ।जल्दी ही ‌लौटेगी आशा ।ईश्वर तुझ पर अटल भरोसा ,हमने तो सब तुझको सौंपा ।हमारा यह…