आ जा कि दिल उदास है

आ जा कि दिल उदास है | Udas poetry

आ जा कि दिल उदास है

( Aaja ki dil udas hai )

 

☘️☘️

 

तुझसे बिछड़ के बहुत दूर हुऐ जा रहें हैं हम

तेरे नजदीक आने का कोई रास्ता हो तो बता

☘️☘️

तेरी आंखों की बेसबब तल्खीयों से आहत हूं

मेरी रुह को आगोश में लेने का ख्वाब तो सजा

☘️☘️

कब कहा मैंने कि आसमां से चांद ले आओ

जमीं समझ के मेरी मिट्टी से जरा दिल तो लगा

☘️☘️

चांद है मगन अपनी चांदनी में, शम्मा परवाने के संग

लरजते होठो से बस एक दफा मुस्कुरा के बता

☘️☘️

कैसे कह दूं कि बदले नहीं तुम पहले जैसे ही हो

सफर जिंदगी का छोड दो ही कदम साथ चल के बता

☘️☘️

किस्मत का ये  फैसला मुझे मंजूर ही नहीं है

जिंदा रहने की कोई और तरकीब हो तो बता ।

 

☘️☘️

 

लेखिका : डॉ अलका अरोडा

प्रोफेसर – देहरादून

यह भी पढ़ें :

क्यूं चाहते हो इतना

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *