
आन बान शान हिंदी
( Aan baan shaan Hindi )
आन बान शान हिंदी, देश की पहचान हिंदी।
गीत बन गूंजे धरा पे, देशभक्ति का गान हिंदी।
महकती बयार हिंदी, शील गुण आचार हिंदी।
संस्कारों की गरिमा, अपनापन और प्यार हिंदी।
काव्य का श्रृंगार हिंदी, लेखों का आधार हिंदी।
सृजन को संजोए रखती, कृतियां अपार हिंदी।
अधरों की मुस्कान हिंदी, गौरवशाली भान हिंदी।
रणवीरों में जोश जगाती, राष्ट्र तिरंगा शान हिंदी।
प्रीत का संचार हिंदी, ज्ञान और नवाचार हिंदी।
साहित्य सिरमौर बनाएं, शब्दों का भंडार हिंदी।
पावन गंगा धार हिंदी, सुरीली सी रसधार हिंदी।
उमंगों की बौछार हिंदी, खुशियां दे अपार हिंदी।
मुरली की है तान हिंदी, संगीत का स्वर गान हिंदी।
भावों की उमड़ती सरिता, लेखनी का बखान हिंदी।
भारती का भाल हिंदी, करती बड़ा कमाल हिंदी।
मधुरता रिश्तो में घोलती, करें हमें खुशहाल हिंदी।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )