अनमोल है बिटिया | Anmol Hai Bitiya
एक अनमोल रत्न है बिटिया
खुशियों की सौगात है बिटिया
सुबह की पहली किरण है बिटिया
घर आंगन महकाती है बिटिया
मां की परछाई होती है बिटिया
दो परिवारों का मान बढ़ाती है बिटिया
सबके मुकद्दर में कहां होती है बिटिया
माता-पिता का दुख समझती है बिटिया
थोड़ी नटखट थोड़ी शैतान होती है बिटिया
संस्कार और शिक्षा से समाज को नई दिशा दिखाती है बिटिया
आत्मविश्वास के संग अपनी लड़ाई खुद लड़ लेती है बिटिया
मत कहो पराया इसे ये निश्चल निर्झर सी होती है बिटिया
पिता के लिए मां जैसी भाई के प्राणों में बसती है बिटिया
पल में हंसती पल में रोती भावों में जीती है बिटिया
फूलों से कोमल प्यारी सी पापा की परी होती है बिटिया
मुकद्दर से ही सिकंदर होते है जिसके घर होती है बिटिया
लता सेन
इंदौर ( मध्य प्रदेश )