अटल नियम

( Atal Niyam ) 

 

कौन देगा सम्मान आपको
दिए नहीं जब आप किसी को
समय रहा मूल्यवान आपको
किया नहीं कदर और के वक्त को

निभाया नहीं दिया वचन आपने
रहे दिखाते उसे केवल सपने
स्वप्न आपका भी पूरा होगा कैसे
टूटते हैं सपने जब आपसे और के

बदल देंगे क्या विधि का विधान
क्या आपके लिए अलग है वितान
तोड़े हैं विश्वास जब आपने उसके
होगा पूरा तब आपका किस से

ले और दे का ही नियम अटल है
केवल लेने वाला हरदम विफल है
समझो तो जीवन बहुत सरल है
ना समझे तो जीना भी मुश्किल है

अपनी श्रेष्टता वहम पाले हो
हो चतुर चालाक यही भरम पाल हो
ईश्वर की नजरों से अलग कोई नहीं
मिलता है परिणाम सभी को यहीं

मोहन तिवारी

( मुंबई )

यह भी पढ़ें :-

जीने की कला | Jeene ki Kala

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here