औरतों की मंडी | Auraton ki Mandi
औरतों की मंडी
( Auraton ki mandi )
भारत देश के मध्य प्रदेश में
औरतों की मंडी लगती है
जहां औरतें जानवरों की तरह
खरीदी और बेंची जाती हैं
खरीदने के पहले
जानवरों के अंगों को
दबा दबा कर देखा जाता है
वही प्रक्रिया जवान लड़कियों के साथ
अपनाई जाती है
गरीब मां बाप आंखों में
गरीबी के आंसू भर कर
अपने जिगर के टुकड़ों को
कसाइयों के हाथों बेच देते हैं
बिल्कुल जानवरों की तरह
दलाल लड़कियों के मां बाप से
कम कीमत पर खरीदता है
ऊंची कीमत पर खाड़ी देशों के
धन्ना सेठों को बेचता है
भारत में कन्या भ्रूण हत्याओं से
लड़कियों की कमी हो गई है
बूढ़े आदमी उनसे शादी रचाते हैं
नौकरानी की तरह
उनको अपने घर में रखते हैं
बहुत सारी लड़कियां
वेश्यावृत्ति में धकेल दी जाती हैं
बहुत सारी लड़कियां
कॉल गर्ल बन जाती हैं।
भारत देश का शासन चलाने वालो
अधनंगे,भूखें भारत की तरफ
नजर दौड़ाओ
भारत को कंगाल देश मत बनाओ
असहाय गरीब लड़कियों की
बेचने की मंडी मत सजाओ
© रूपनारायण सोनकर
प्रख्यात साहित्यकार/सूअरदान के लेखक
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