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अब गुलों की बहार हो जाये | Bahar shayari

अब गुलों की बहार हो जाये

( Ab gulon ki bahar ho jaye )

 

 

अब गुलों की बहार हो जाये?

टूटे  दिल को क़रार हो जाये

 

तू मिला है मुझे बहुत दिन में

जाम इक आज यार हो जाये

 

मुंह चढ़ाना बहुत हुआ देखो

प्यार अब तो इक़रार हो जाये

 

दे वफ़ा की सदा खुशबू

कोई ऐसी बहार हो जाये

 

देख ली ख़ूब नफ़रतें रब है

 प्यार अब बेशुमार हो जाये

 

प्यार के सूखने  लगे रब गुल

शबनमी की फुवार हो जाये

 

भूल जाता सभी सकूं आज़म

जब किसी से ही प्यार हो जाये

 

❣️

शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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