
बाल दिवस पर विशेष बाल कविता
( Bal diwas par vishesh bal kavita )
चाचा नेहरु न्यारे थें
हम बच्चों के प्यारे थें
चाचा फिर तुम आओ ना
हमको गले लगाओ ना
दूर जहां तुम जाओगे
बच्चों से मिल आओगे
हमको साथ धुमाओ ना
बच्चों से मिलवाओ ना,
गुब्बारे हम टांगेंगे
केक सभी हम काटेंगे
नवम्बर चौदह आओ ना
बाल दिवस मनवाओ ना,
चाचा नेहरु सबके हो
प्यार दुलार के पक्के हो
स्वर्ग हमें दे जाओ ना
प्यार हमें कर जाओ ना,
रचनाकार –रामबृक्ष बहादुरपुरी
( अम्बेडकरनगर )