बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है

 

 

बना दें अब ख़ुदा कोई मुहब्बत की कहानी है
ख़ुदा क्या जिंदगी तन्हा मुझे यूं ही बितानी है

 

ख़ुशी अब भेज दें मेरी उदासी जिंदगी में ही
ख़ुदा क्या जिंदगी यूं ही ग़मों से हाँ  निभानी है

 

किसी भी तरहा उससे रब मिला दें जिंदगी भर को
किसी की याद का मेरी निगाहों में जो पानी है

 

हमेशा के लिए वो पास चेहरा मेरे कर दें रब
निगाहे ये ख़ुदा जिस चेहरे की मेरी  दीवानी है

 

ख़ुदा उसकी मुहब्बत की करा दें बारिशें मुझपे
मुहब्बत की प्यासी जिसकी बहुत दिल की जवानी है

 

जुदा मत कर ख़ुदा आज़म से उससे ही मिला दें तू
मुहब्बत की ख़ुदा जिसके लिए दिल में रवानी है

 

 

✏शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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