भाई बहन का प्यार | Bhai Bahan ka Pyar
भाई बहन का प्यार
( Bhai bahan ka pyar )
तुम हो मेरे प्यारे भइया,
मैं तेरी प्यारी बहना।
बहन को अपनी भूल न जाना,
ओ मेरे प्यारे भइया।
न मांगू मैं धन और दौलत,
न ही एक रुपया।
मेरे लिए राखी का मतलब,
प्यार है मेरे भइया।
तुम हो मेरे प्यारे भइया….
हर पल साथ निभाना भइया,
बन कर मेरी छाया।
कभी न टूटें अपना बंधन,
आएं कितनी ही बाधा।
दूर चाहें जितना हो जाएं,
आना मिलने जरूर।
बहन के प्यार को मेरे भइया,
न जाना तुम भूल।
तुम हो मेरे प्यारे भइया…
मेरे लिए तुम क्या हो भइया,
क्या मैं तुम्हें बतलाऊँ।
बिन भाई के बहन क्या होती,
कैसे तुम्हे समझाऊं।
किस्मत वाली होती हैं बहने
जिनके हैं होते हैं भाई।
दूर कभी न होना मुझसे,
चाहें जितनी करना लड़ाई
तुम हो मेरे प्यारे भइया…..
तेरी प्यारी प्यारी बातें,
याद बहुत आयेंगी।
तेरा हर पल मुझे चिढ़ाना,
कभी भूल न पाऊंगी
बहुत याद आयेंगे भइया,
साथ बिताए पल।
तुम हो मेरे प्यारे भइया….
कभी अगर ऐसा जाए,
हो जाएं हम दूर ।
बंधन में बंध कर के भइया,
हो जाएं मजबूर।
राखी की ये डोर भइया,
याद तुम्हे दिलाएगी।
दूर देश में है तेरी बहना,
याद तुम्हे भी आएगी।
मैं अगर न आ पाऊं तो तुम आ जाना जरूर।
अपनी बहन को मेरे भइया न जाना तुम भूल।
तुम हो मेरे प्यारे भइया….
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज ( लखनऊ )