Geet aayi holi mastani
Geet aayi holi mastani

आई होली मस्तानी

( Aayi holi mastani )

 

सबके दिल को जीता, सबके मन को भा गया।
यू.पी. में लो फिर से, अब योगी राज आ गया।
खुशियां ले चेहरे पर, छाया रंग होली का सारा।
मधुर तराने गीत गूंजे, बोले तुन तुन तारा रा रा।
जोगीरा सा रा रा रा,जोगीरा सा रा रा रा

 

मोदी मन की बात करे, फागुन का मस्त महीना।
खुशहाली हो मेरे देश में, देश की खातिर जीना।
प्रीत रंग में दुनिया देखूं, सद्भावों की बहती धारा।
बजे चैन की बंशी हरदम, झूमे तुन तारा रा रा रा।
जोगीरा सा रा रा रा,जोगीरा सा रा रा रा

 

दिल्ली दिल है भारत का, मुस्कान मुंबई छाई।
पंजाब प्रेम सरिता बहती, गले मिलते भाई भाई।
राजस्थान राष्ट्र गौरव, असम आंख का तारा।
मेघालय अरुणाचल केरल, बहती गंगा धारा।
जोगीरा सा रा रा रा,जोगीरा सा रा रा रा रा।

 

रंगों की छटा मनभावन, चंग धमाल धुन प्यारी।
भांति भांति के स्वांग रचाकर, नाच रहे नर नारी।
फाग उत्सव त्योहार रंगीला, बहती प्रेम की धारा।
बंसी की तान पर झूमे, गाए तुन तुन तारा रा रा।
जोगीरा सा रा रा रा रा,जोगीरा सा रा रा रा रा।

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कवि : रमाकांत सोनी

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

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