भज ले राम | Bhaj le Ram
भज ले राम
( Bhaj le Ram )
यह तो है माया का संसार।
प्रभु नाम ही एकमात्र आधार।
कर देता नैया भव से पार।
रे बंदे!
भज ले राम,भज ले राम,
भज ले राम, रे बंदे!
भज ले राम।
कौन सुख ढूंढे बोल यहाँ तू?
धधकता आग जगत ,इसे न छू।
भस्म कर सब तेरा यह देगा।
अनमोल जनम वृथा कर लेगा।
रे बन्दे !
भज ले राम,
यह लालसा तृष्णा सब झूठी
सब आशा सबकी यहाँ टूटी
मिथ्या जग का यहाँ मिथ्या सब।
हुई पूरी चाहें ,किसकी कब?
रे बन्दे!
भज ले राम,
ईश्वर सत्य, खड़े पुकार रहे।
भटक न यहाँ, तुझसे यही कहे।
सब सुखों के खान अखिलेश प्रभु।
रखें नित तेरा ध्यान नाथ प्रभु।
रे बन्दे!
भज ले राम,
रचयिता – श्रीमती सुमा मण्डल
वार्ड क्रमांक 14 पी व्ही 116
नगर पंचायत पखांजूर
जिला कांकेर छत्तीसगढ़