भारत इंडिया

( Bharat India ) 

 

जाने भारत इंडिया शब्दों के, अंतस्थ का यथार्थ

निज संविधान उल्लेखित नाम,
इंडिया जो कि भारत है ।
पर इन शब्दों पर आजकल ,
गर्म थोड़ी सियासत है ।
भारत राजा भरत प्रतीक,
इंडिया सिंधु घाटी भावार्थ ।
जाने भारत इंडिया शब्दों के, अंतस्थ का यथार्थ ।।

एक राष्ट्र दो नाम तो ,
सहनशीलता अहम परिचायक ।
समावेशन आत्मसात कर,
विविधता सह प्रेरणादायक ।
द्वि नाम अंतर वंदन,
सर्व सुख समृद्धि शांति चरितार्थ ।
जाने भारत इंडिया शब्दों के, अंतस्थ का यथार्थ ।।

माना इंडिया शब्द निहित,
औपनिवेशिक आभास ।
भारत नाम उद्वेलित,
सनातन पौराणिक उजास ।
संविधान आज्ञा सर्वोपरि,
दोनों आदर सम भावार्थ ।
जाने भारत इंडिया शब्दों के, अंतस्थ का यथार्थ ।।

दोनों शब्द संधारित,
देश धरा मान सम्मान ।
राष्ट्रीयता सदा शीर्ष पद,
नागरिक एकसूत्रता आह्वान ।
भारत इंडिया शब्द सहोदर,
नित रत मानव सेवा परमार्थ ।
जाने भारत इंडिया शब्दों के, अंतस्थ का यथार्थ ।।

 

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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